दोस्तों आप गांव में कोई स्टार्टअप शुरू करने के बारे में सोच रहे है तो आप मशरूम फार्मिंग जरूर तरय कर सकते है। आज भारत बहुत सारे किसान मशरूम फार्मिंग से ही लाखो की कमाई हर महीने कर रहे है।
आइये भारत की स्टोरी से जाने की कैसे आप भी अपने गांव में मशरूम का एक स्टार्टअप शुरू कर सकते है। यह रियल कहानी आपको समझने में मदद करेगी, तो आइये जानते है की कैसे इन किसानो ने मशरूम फार्मिंग से बनाया लाखो का बिज़नेस!
लेखराज और नवल किशोर ने 2024 में शुरू किया मशरूम फार्मिंग, कमा रहे 2 लाख 70 हजार रुपये महीना।

दोस्तों लेखराज और नवल किशोर मीरगंज तहसील इलाके के नगरिया सादात गांव के रहने वाले युवा किसान है, जिन्होंने पिछले साल ही अक्टूबर महीने में मशरूम फार्मिंग शुरू करने का सोचा, जिसके बाद उन्होंने भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान से मशरूम फार्मिंग में 4 महीने का प्रशिक्षण लेने के बाद शुरुआत किया। शुरुआत में इन्होने 60 गज के कमरे में 3 शेडों पर 15 बेड से मशरूम फार्मिंग की शुरुआत किया।
बाद में इन्होने अपने बेड को और बढ़ाया और आज लेखराज और नवल किशोर मौर्य रोजाना 60 किलो मशरूम का उत्पादन करते है। लेखराज और नवल ने बताया की आप इससे कम समय में अधिक मुनाफा कमा सकते है। ये अपने मशरूम को मीरगंज और रामपुर में बेचते है। उन्होंने बताया की उन्हें मशरूम का रेट 100 रुपये से 150 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाता है।
इन्होने बताया की जो भी नए लोग मशरूम फार्मिंग करना चाहते है उन्हें इसका अनुभव या प्रशिक्षण जरूर लेना चाहिए। जो भी यह काम पहली बार करेंगे उन्हें मशरूम में बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। अनुभव के साथ आप इस समस्या का सामना कर लेंगे।
हजारीबाग में महिलाओं, मशरूम की खेती से कर रही अच्छी कमाई, जाने कैसे ?

हजारीबाग के सदर प्रखंड के सरौनी गांव की महिलाओं ने प्रधानमंत्री मोदी जी की बातो से प्रभावित होकर कुछ महिलाओ का समूह बना कर अपना स्टार्टअप शुरू किया है। इनके समूह में 40 महिलाये है जिन्होंने ‘पैन इंडिया’ के तहत मशरूम फार्मिंग सीखा। सिखने के बाद कुछ महीने ने घर से ही मशरूम की खेती शुरू की।
आज के समय यह समय मशरूम की खेती करके खुद को आत्मनिभर बना लिया है। इनको देख बहुत सी महिलाये इनसे जुडी और इनको देखकर आज गांव की 70 से अधिक महिलाये इनके संपर्क में है। पूरी कहानी पढ़े
ये घरेलू महिलाएं घर से ही कर रही मशरूम और स्ट्रॉबेरी की खेती, कमा रही लाखो

पाकुड़ के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली महिलाये अपने खाली पड़ी जमीन पर मशरूम और स्ट्रॉबेरी की खेती से बना रही है खुद को आत्मनिर्भर। इस गांव की महिलाये बताती है की मशरूम की डिमांड इतनी अधिक है की उन्हें बाजार में बेचने नहीं जाना पड़ता है। आज ये महिलाये घर के काम के साथ ही खुद को आत्मनिर्भर निर्भर बना रही है। पूरी कहानी पढ़े
मशरूम फार्मिंग से करनाल के मुनीश ने बनाया लाखो का बिज़नेस

करनाल के मुनीश ने मशरूम फार्मिंग की शुरआत कुछ साल पहले 12/24 के कमरे से किया था। इन्होने शुरू करने से पहले इसकी खेती करना सीखा। इन्होने बताया की 2 से 3 साल के मेहनत के बाद इन्होने लाखो का बिज़नेस बना लिया है। शुरआत में इन्होने 1.5 लाख के निवेश करके 70/35 के शेड से शुरुआत किया। पूरी कहानी पढ़े
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आप कैसे कर सकते है मशरूम फार्मिंग ?
अगर आप मशरूम की खेती करना चाहते है तो सबसे पहले इसका ट्रेनिंग ले और समझे की यह फार्मिंग कैसे होता है। इसके बाद आप एक छोटे पैमाने पर काम शुरू करे। अनुभाव् के साथ काम को बढ़ाये।